यम और उसकी सेना के यमदूत जिससे डरते हैं, जो सेवक के कर्मों के लेख मिटा देते हैं। ऐसे अदली पुरूष कबीर कुल दुनिया के मालिक हैं।
संसार रूपी भव सागर में डूबते हुए हमें ऐसे खेवट सत्गुरू जी मिल गए, जिन्होंने नाम के जहाज़ पर चढ़ा कर पार कर दिया है।
संसार रूपी भवसागर में ऐसे सत्गुरू हमें मिल गए जिन्होंने नाम के जहाज पर चढ़ा कर हमें अपने निजधाम में पहुंचा दिया है।
संसार रूपी भवसागर में हमें ऐसा सत्गुरू मिल गया जो भवसागर से पार करने वाला मल्लाह है। जो इस मल्लाह के बेड़े में बैठ जाता है, चाहे वह धर्मी है, चाहे वह पापी है, सत्गुरू देव जी बिना भेदभाव के सबको पार कर देते हैं।
इस संसार रूपी भवसागर में जन्म मरण रूपी चैरासी लाख धाराएं हैं जिनमें अनेक जीव बहते जा रहे हैं। परन्तु हमे इस संसार रूपी भवसागर में ऐसा सत्गुरू मिल गया है जिसने हमारा पीव से मेल करा दिया है।